है ईश सब सुखी हो कोई न हो दुखारी। आर्य समाज वैदिक भजन। प्रार्थना। - सामूहिक Lyrics
है ईश सब सुखी हो कोई न हो दुखारी। आर्य समाज वैदिक भजन। प्रार्थना। |
Singer | सामूहिक |
Music | राजेश राही |
लिखित प्रार्थना
है ईश सब सुखी हो,कोई न हो दुखारी।
सब हो निरोग भगवन धन धान्य के भंडारी।।
सब भद्र भाव देखें सन्मार्ग के पथिक हो।
दुखिया न कोई होवें सृष्टि में प्राणधारी।।
है ईश सब सुखी हो,कोई न हो दुखारी।
सब हो निरोग भगवन धन धान्य के भंडारी।।
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