प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने... लिखित भजन/Lyrics । पण्डित दिनेश पथिक जी। आर्य समाज वैदिक भजन - दिनेश पथिक जी Lyrics
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प्रभु तेरी शरण तजकर |
Singer | दिनेश पथिक जी |
Song Writer | सत्यपाल पथिक जी |
लिखित भजन
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
1.
अगर भक्तों की भक्ति का भवन निर्माण हो जाए।
हमारी हर तमन्ना का सफर आसान हो जाए।
सफर आसान हो जाए।
बहुत उलझी पड़ी उलझन को सुलझाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
2.
सुना है काम आती है, तुम्हारे नाम की दौलत।
तेरे दरपर जमाने की भला किस काम की दौलत।
भला किस काम की दौलत।
मिले मस्ती तेरे दरपर तो मस्ताने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
3.
जहाँ पर फूल हँसता है,वहीं भँवरे भी आते हैं।
जहाँ दिलबर बसे उनका वहीं वो दिल लगाते हैं।
वहीं वो दिल लगाते हैं।
शमां जलती हो महफ़िल में तो परवाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
4.
यही है आखिरी मंजिल ,यही असली ठिकाना है।
यही है देवघर अपना,यही मन्दिर सुहाना है।
यही मन्दिर सुहाना है।
पथिक तेरे उपासक है भजन गाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
1.
अगर भक्तों की भक्ति का भवन निर्माण हो जाए।
हमारी हर तमन्ना का सफर आसान हो जाए।
सफर आसान हो जाए।
बहुत उलझी पड़ी उलझन को सुलझाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
2.
सुना है काम आती है, तुम्हारे नाम की दौलत।
तेरे दरपर जमाने की भला किस काम की दौलत।
भला किस काम की दौलत।
मिले मस्ती तेरे दरपर तो मस्ताने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
3.
जहाँ पर फूल हँसता है,वहीं भँवरे भी आते हैं।
जहाँ दिलबर बसे उनका वहीं वो दिल लगाते हैं।
वहीं वो दिल लगाते हैं।
शमां जलती हो महफ़िल में तो परवाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
4.
यही है आखिरी मंजिल ,यही असली ठिकाना है।
यही है देवघर अपना,यही मन्दिर सुहाना है।
यही मन्दिर सुहाना है।
पथिक तेरे उपासक है भजन गाने कहाँ जाएं।
दिए दुःख दर्द दुनिया ने तो दीवाने कहाँ जाएं।
प्रभु तेरी शरण तजकर शरण पाने कहाँ जाएं।
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