आज मिल सब गीत गाओ..Aaj Mil Sab Geet Gaao..Lyrics/लिखित भजन । अमीचन्द भजन। आर्य समाज वैदिक भजन
आज मिल सब गीत गाओ , उस प्रभु के धन्यवाद ।
जिसका यश नित गाते हैं , गन्धर्व मुनिजन धन्यवाद ॥ १ ॥मन्दिरों में कन्दरों में , पर्वतों के शिखर पर ।
देते हैं लगातार सौ - सौ बार मुनिवर धन्यवाद । । २ ॥
करते हैं जंगल में मंगल , पक्षिगण हर शाख पर ।
पाते हैं आनन्द मिल , गाते हैं स्वर भर धन्यवाद । । ३ । ।
कूप में तालाब में , सागर की गहरी धार में ।
प्रेम - रस में तृप्त हो करते हैं जलचर धन्यवाद ॥ ४ ॥
शादियों में कीर्तनों में , यज्ञ और उत्सव के आदि ।
मीठे स्वर से चाहिए , करें नारी - नर सब धन्यवाद ॥ ५
गान कर ' अमीचन्द ' भजनानन्द ईश्वर स्तुति ।
ध्यान धर सुनते हैं प्रोता , कान धर - धर धन्यवाद ॥ ६ ॥
0 टिप्पणियाँ