डूबते को बचा लेने वाले मेरी नैया है तेरे हवाले ।।
1. लाख अपनों को मैंने पुकारा,
सब के सब कर गए हैं किनारा।
और कोई ना देता दिखाई,
सिर्फ तेरा ही अब तो सहारा ।।
कौन तुझे बिन भंवर से निकाले।
मेरी नैया है तेरे हवाले...
2. जिस समय तू बचाने पे आवे ,
आग में भी बचा कर दिखावे ।
जिस पे तेरी दया दृष्टि होवे,
कैसे उस पर कहीं आंच आवे।
आंधियों में भी तू ही संभाले ।।
मेरी नैया है तेरे हवाले ...
3. पृथ्वी आकाश पर्वत बनाएं,
तूने धरती पे दरिया बहाए ।
चांद सूरज करोड़ों सितारे ,
फुल आकाश में भी खिलाएं।
तेरे सब काम जग से निराले ।।
मेरी नैया है तेरे हवाले...
4. बिन तेरे चैन मिलता नहीं है ,
फूल आशा का खिलता नहीं है ।
तेरी मर्जी बिना तो जहां में ,
पथिक पत्ता भी हिलता नहीं है ।।
तेरे बस में अंधेरे उजाले।
मेरी नैया है तेरे हवाले।।
डूबतों को बचा लेने वाले।
मेरी नैया है तेरे हवाले....
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